A REVIEW OF UPAY

A Review Of upay

उत्तरपथ में आप बठी, हाथ सिद्ध वाचा ऋद्धि-सिद्धि । धनधान्य देहि-देहि कुरु-कुरु स्वाहा ।।ऊँ ह्रीं श्रीं चामुण्डा सिंहवाहिनी बीसहस्ती भ

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